Class-8 History
Chapter – 8
देशी जनता को सभ्य बनाना राष्ट्र को शिक्षित करना
Question-Answers
( पाठ्यपुस्तक से)
प्रश्न 1.
उत्तर
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से सही या गलत बताएँ :
(क) जेम्स मिल प्राच्यवादियों के घोर आलोचक थे।
उत्तर:
सही,
(ख) 1854 के शिक्षा संबंधी डिस्पैच में इस बात पर जोर दिया गया था कि भारत में उच्च शिक्षा का माध्यम अंग्रेज़ी होना चाहिए।
उत्तर:
सही,
(ग) महात्मा गांधी मानते थे कि साक्षरता बढ़ाना ही शिक्षा का सबसे महत्त्वपूर्ण उद्देश्य है।
उत्तर:
गलत
(घ) रवीन्द्रनाथ टैगोर को लगता था कि बच्चों पर सख्त अनुशासन होना चाहिए।
उत्तर:
गलत
आइए विचार करें
प्रश्न 3.
विलियम जोन्स को भारतीय इतिहास, दर्शन और कानून का अध्ययन क्यों ज़रूरी दिखाई देता था?
उत्तर
भारतीय इतिहास, दर्शन और कानून का अध्ययन जरूरी दिखाई देने के निम्न कारण थे :
- भारत को समझने के लिए प्राचीन काल में लिखे गए यहाँ के पवित्र और कानूनी ग्रंथों को खोजना व समझना जरूरी था।
- हिंदुओं और मुसलमानों के असली विचारों व कानूनों को इन्हीं रचनाओं के माध्यम से ही समझा जा सकता है।
- विलियम जोन्स का मानना था कि इस कार्य से न केवल अंग्रेजों को भारतीय संस्कृति से सीखने में मदद मिलेगी बल्कि भारतीयों को भी अपनी विरासत को दोबारा अपनाने और अतीत के लुप्त वैभव को समझने में मदद देगी।
प्रश्न 4.
जेम्स मिल और टॉमस मैकॉले ऐसा क्यों सोचते थे कि भारत में यूरोपीय शिक्षा अनिवार्य है?
उत्तर
जेम्स मिल और मैकॉले की भारतीय शिक्षा तथा यूरोपीय शिक्षा के प्रति सोच :
- भारतीयों के विचारों को अंग्रेजी के अध्ययन से रूढ़िवादी विचारों वाले लोगों से अलग किया जा सकता। | है, क्योंकि वे अपनी भाषा में अधिक वैज्ञानिक व तकनीकी सफलताएँ प्राप्त नहीं कर सकते।
- इनके अनुसार पूर्वी साहित्य अंगभीर और सतही तथा त्रुटियों से भरा हुआ व अवैज्ञानिक है।
- इनके अनुसार अंग्रेज़ी के ज्ञान से भारतीयों को दुनिया की श्रेष्ठतम साहित्यिक कृतियों को पढ़ने का मौका मिलेगा। वे पश्चिमी विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में हुए विकास से अवगत हो पाएँगे।
प्रश्न 5.
महात्मा गांधी बच्चों को हस्तकलाएँ क्यों सिखाना चाहते थे?
उत्तर
महात्मा गांधी निम्नलिखित कारणों से बच्चों को हस्तकलाएँ सिखाना आवश्यक समझते थे
- पश्चिमी शिक्षा मौखिक ज्ञान के स्थान पर केवल पढ़ने और लिखने पर केंद्रित है उसमें पाठ्यपुस्तकों पर जोर दिया जाता है और जीवन अनुभवों तथा व्यावहारिक ज्ञान की उपेक्षा की जाती है।
- गांधी जी का तर्क था कि शिक्षा से व्यक्ति का दिमाग और आत्मा विकसित होनी चाहिए। केवल साक्षरता यानी पढ़ने और लिखने की क्षमता पा लेना ही शिक्षा नहीं होती।
- दिमाग और आत्मा विकसित करने के लिए हाथ से काम करना पड़ता है, हुनर सीखने पड़ते हैं और | यह जानना पड़ता है कि विभिन्न चीजें किस तरह काम करती हैं।
प्रश्न 6.
महात्मा गांधी ऐसा क्यों सोचते थे कि अंग्रेज़ी शिक्षा ने भारतीयों को गुलाम बना लिया है?
उत्तर:
गांधी जी का मानना था की अंग्रेजी शिक्षा ने भारतीयों मे गुलामी की मानसिकता को जन्म दिया है
- औपनिवेशिक शिक्षा ने भारतीयों के मस्तिष्क में हीनता का भाव पैदा कर दिया है। यहाँ के लोग पश्चिमी सभ्यता को श्रेष्ठतर मानने लगे हैं। अपनी संस्कृति के प्रति उनका गौरव भाव नष्ट हो गया है।
- पश्चिमी शिक्षा में विष भरा है, यह पापपूर्ण है, इसने भारतीयों को दास बना दिया है, इसने लोगों पर बुरा प्रभाव डाला है।
- पश्चिमी शिक्षा ग्रहण करने वाले भारतीय ब्रिटिश शासन को पसंद करते हैं तथा पश्चिम से आने वाली हर चीज की प्रशंसा करते हैं।
- विदेशी भाषा बोलने वाले, स्थानीय संस्कृति से घृणा करने वाले भारतीय अपनी जनता से जुड़ने के तौर-तरीके भूल चुके हैं।
आइए करके देखें।
प्रश्न 7.
अपने घर के बुजुर्गों से पता करें कि स्कूल में उन्होंने कौन-कौन सी चीजें पढ़ी थीं?
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 8.
अपने स्कूल या आसपास के किसी अन्य स्कूल के इतिहास का पता लगाएँ।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
Best
Thank You So Much