UGC New Guidelines: एक साथ पढ़ सकेंगे एक से अधिक कोर्स !
देखिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की नई गाइडलाइंस में क्या है?
UGC New Guidelines 2022 : National Education Policy 2022 के अनुसार छात्र की पसंद के हिसाब से देश के सभी उच्च शिक्षण संस्थान जैसे मैनेजमेंट, एजुकेशन, लॉ और इंजीनियरिंग कॉलेज से मल्टीपल कोर्स में एंट्री-एग्जिट और फिर से उसी कोर्स में दाखिला लेने का विकल्प होगा. मतलब छात्र एक कोर्स में कई बार एनरोल हो सकते हैं . UGC ने मल्टीपल मोड की पढ़ाई के स्वरूप के लिए जरूरी दिशानिर्देश भी जारी किए हैं.
एक साथ दो कोर्स कर सकेंगे छात्र – UGC New Guidelines
NEP 2020 के तहत छात्रों को एक साथ एक से अधिक कोर्स करने का मौका मिलेगा और दोनों कोर्स के सर्टिफिकेट पूर्णतः मान्य होंगे.
यूजीसी ने गाइडलाइन में सभी राज्य सरकारों और विश्वविद्यालयों से नई व्यवस्थान लागू करने के लिए अपने नियम और नीतियां तैयार करने का निर्देश दिया है. शिक्षण संस्थान इसे नए एकेडमिक ईयर 2022-23 से लागू कर सकेंगे.
मल्टीपल मोड में होगी पढ़ाई – UGC New Guidelines
छात्र, अपनी सुविधा के अनुसार अलग-अलग मोड में पढ़ाई कर सकेंगे. UGC के मुताबिक, छात्र चाहें तो सेमेस्टर में फिजिकल क्लासेस अटेंड कर सकते हैं, या ऑनलाइन कोर्स कर सकते हैं, डिस्टेंस या ओपन कोर्स कर सकते हैं. छात्र को सभी सेमेस्टर में तीनों मोड में से किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाएगा.
UGC के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि मुझे उच्च हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स को मल्टी-डिसिप्लीनरी इंस्टीट्यूट्स में बदलने के लिए गाइडलाइंस पेश करते हुए बहुत खुशी हो रही है. उम्मीद है कि ये हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स को मल्टी-डिसिप्लीनरी इंस्टीट्यूट्स में बदलने से राज्य के विश्वविद्यालयों को इस गाइडलाइन से मदद मिलेगी.
एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट- UGC New Guidelines
छात्रों की पढ़ाई तथा कोर्स मे उनके प्राप्तांकों का पूरा ब्योरा रखने के लिए एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट होगा जिसमें छात्रों के पिछले 7 सालों में पढ़े विषय व उनकी परीक्षाओं में प्राप्त अंकों की पूरी जानकारी होगी.
एकेडमिक बैंक का लाभ – UGC New Guidelines
यदि कोई छात्र किसी कोर्स में एक या दो या तीन साल की पढ़ाई करने के बाद वह उस कोर्स बदलना चाहता तो उसके प्राप्तांक नए कोर्स में क्रेडिट हो सकेंगे । बशर्ते दोनों कोर्स के विषय समान हों। इसको आप ऐसे समझ सकते है :- उदाहरण के लिए यदि किसी छात्र का पहले कोर्स में गणित का पेपर था और कोर्स बदलने के बाद भी एक विषय गणित है तो छात्र को फिर से गणित का पेपर देने की जरूरत नहीं है. दोनों कोर्स के विषय के प्राप्तांक एकेडमिक अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे.
देश में होंगे तीन तरह के संस्थान
NEP 2022 की नई गाइड लाइन के अनुसार, देश में निम्नलिखित तीन तरह के संस्थान होंगे –
1 रिसर्च यूनिवर्सिटी
2 टीचिंग यूनिवर्सिटी
3 ऑटोनॉमस कॉलेज
3000 से अधिक छात्र होने पर संस्थान को मिल सकेगा ऑटोनॉमस कॉलेज का दर्जा
यदि किसी संस्थान में तीन हजार से अधिक छात्र पढ़ते हैं तो उस संस्थान को मल्टी-डिसिप्लीनरी ऑनोनॉम कॉलेज का दर्जा मिल सकेगा. तीन हजार से कम संख्या कम होने पर अन्य कॉलेजों के साथ करार कर सकेंगे.